Managing Director

वैशाल पाटलिपुत्र दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि0, पटना

सन् 1970 के दशक तक देश में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता आवश्यकता से काफी कम होने के कारण भारत सरकार के श्वेत क्रान्ति की महत्वकांक्षी योजना “ऑपरेशन फ्लड" कार्यक्रम का प्रारंभ बिहार में पटना जिले से प्रारंभ किया गया। उक्त योजना का कार्यान्वयन बिहार स्टेट डेयरी को-ऑपरेशन के माध्यम से किया गया, परन्तु यह योजना सफल नहीं हो पाया तथा वर्ष 1980 तक बंद होने के कगार पर चला गया।

वर्ष 1981 में बिहार सरकार एवं राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड में हुए समझौते के तहत पटना डेयरी प्रोजेक्ट की स्थापना की गयी जिसके अध्यक्ष, दुग्ध सहकारिता के जनक TO वर्गीज कुरियन थे। उनके सफल नेतृत्व व मार्गदर्शन में कार्य प्रगति के पथ पर अग्रसर होने लगा ।

वर्ष 1982 में गंगा नदी पर महात्मा गाँधी सेतु प्रारम्भ होने के पश्चात् पटना डेयरी द्वारा वैशाली जिले में भी दुग्ध संग्रहण का कार्य किया जाने लगा। फलतः दुग्ध संग्रहण एवं विपणन में उत्तरोत्तर वृद्धि होने लगा। वर्तमान समय में वैशाल पाटलिपुत्र दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि0, पटना का कार्य पाँच जिलों पटना, नालन्दा, वैशाली, सारण एवं शेखपुरा में चल रहा है। चलता है। इसका सबसे नियमित रूप से निर्धारित किया जाता रहा है। साथ

दुग्ध सहकारी संघ उत्पादकों के स्वामित्व एवं नियंत्रण से उत्तम उदाहरण अपना संघ है। स्थापना काल से ही संघ में तिथि पर प्रत्येक वर्ष सदस्यों की आम सभा का आयोजन ही अभी तक निर्धारित समय के अनुसार निदेशक मंडल के सदस्यों का निर्वाचन भी होता रहा है।

ग्रामीण दुग्ध उत्पादकों के लिए पशुधन विकास, स्वच्छ दुग्ध उत्पादन, कम लागत में दुग्ध उत्पादन एवं शहरी उपभोक्ताओं के लिए दूध की गुणवत्ता बनाये रखते हुए शुद्ध दूध एवं दुग्ध उत्पादनों की आपूर्ति संघ द्वारा की जाती है। वास्तव में दुग्ध संघ ग्रामीण उत्पादकों एवं शहरी उपभोक्ताओं के बीच एक कड़ी का कार्य करता है। भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में डेयरी उद्योग की प्रमुख भूमिका है। इसके माध्यम से सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी भारत का अपना विशेष स्थान है और यह विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश है। इस कार्य से ग्रामीण रोजगार में वृद्धि हुई है।

मैं विगत 28 वर्षो से संघ की सेवा में विभिन्न पदों पर रहते हुए दिनांक 31.12. 2023 को प्रबंध निदेशक का पद भार ग्रहण किया हूँ। मैं सभी दुग्ध उत्पादकों, उपभोक्ताओं एवं इससे जुड़े अन्य लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि पूर्व की भाँति अपनी पूरी निष्ठा एवं लगन से दुग्ध उत्पादकों एवं उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए इस संघ को नई उँचाईयों पर ले जाने हेतु अपना पूर्ण प्रयास करूँगा । मुझे विश्वास है कि आप सब अपना सहयोग अनवरत बनाये रखेंगे।

श्री रूपेश राज

प्रबंध निदेशक

श्री रूपेश राज प्रबंध निदेशक

Managing Director